रांची। झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे चरण के 11वें दिन शुक्रवार को सदन के बाहर भाजपा विधायकों ने सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरा। विधायकों ने आईएएस राजीव अरुण एक्का की बर्खास्तगी के लिए विधानसभा के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया। भाजपा विधायक हेमंत सोरेन के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार की जांच सीबीआई से करने की मांग कर रहे थे।
भाजपा विधायक अनंत ओझा ने कहा कि यह ऐसी सरकार है, जिसमें मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सहित कई अन्य अधिकारियों पर भी भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। उन्होंने कहा कि आईएएस राजीव अरुण एक्का को बर्खास्त करना होगा। इसके साथ विपक्ष हेमंत सरकार में हुए घोटाले की सीबीआई जांच की मांग करता है।
दूसरी ओर देवघर में लखराज जमीन के हस्तांतरण और निबंधन की प्रक्रिया को फिर से शुरू करने की मांग को लेकर देवघर विधायक नारायण दास ने विधानसभा के मुख्य द्वार पर धरना दिया। उनका कहना था कि देवघर विधानसभा क्षेत्र के बाबा बैद्यनाथ मंदिर के आसपास समेत विभिन्न जगहों पर लेखराज प्रकृति वाली जमीन अवस्थित है। जमीन की प्रकृति पूर्व के राजा महाराजाओं के द्वारा अपने पुरोहितों के लिए दी जाती थी, जिसका पहले हस्तांतरण और निबंधन हुआ करता था लेकिन पिछले कुछ सालों से इस प्रकृति वाली जमीन का हस्तांतरण और निबंधन के साथ विभिन्न विहित प्रक्रियाओं को बंद कर दिया गया है।
इसके विरोध में देवघर में आंदोलन जारी है और पिछले तीन दिनों से पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं और नारायण दास उन्हीं के समर्थन पर यहां धरना दे रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस पर कोई निर्णय नहीं लेती है, तो वह पीआईएल करेंगे।