मिश्रित सीतापुर / वन रेंज मिश्रित में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के संरक्षण में वन विभाग की भूमि पर लगे वर्षों पुराने यूकेलिप्टस के लग भग 200 बृक्षों को पड़ोसी गांव के कुछ ग्रामीणों ने रातों-रात कटा कर साफ करा दिया। सुबह सूचना पर पहुंचे वन दरोगा ने मात्र खाना पूर्ति करते हुए 55 पेड़ों की लकड़ी कब्जे में लेकर चार लोगों के विरुद्ध अपराध पंजीकृत कराके मांमले की इतिश्री कर दी। वन रेंज मिश्रित के थाना मछरेहटा क्षेत्र में पड़ने वाली ग्राम पंचायत राजेपारा के मजरा बहादुरपुर में धंधारी जंगल की 3 बीघे भूमि पर वर्षों पुराने यूकेलिप्टस के सरकारी पेड़ लगे हुए थे। ग्राम बहादुरपुर निवासी सुनील कुमार, शिव कुमार, लंबू, रामसहाय ने इन सरकारी बृक्षों को रातों-रात कटाना शुरू कर दिया लगभग 140 बृक्षों की लकड़ी भी रात में ही उठाकर गायब कर दिया। सुबह सूचना पर पहुंचे वन दरोगा सुनील कुमार त्रिपाठी ने मांमले की खाना पूर्ति करते हुए 55 बृक्षों की लकड़ी अपने कब्जे में लेकर चार लोगों के विरुद्ध थाना मछरेहटा में स्वयं वादी बन कर अपराध पंजीकृत कराया है जिसकी विवेचना एसआई अजीत सिंह द्वारा की जा रही है। मछरेहटा पुलिस ने अभी तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्यवाही की है। इस संबंध में जब जिला वन संरक्षण अधिकारी बृजमोहन शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शायद उन लोगों ने वन विभाग की भूमि पर बटाई आदि से पेड़ लगाए थे। मुझे पूरी जानकारी नहीं है। आप वन दरोगा सुनील त्रिपाठी से बात करके पूरी जानकारी ले लीजिए। अब सवाल यह उठता है कि अगर वह वन विभाग की भूमि पर बटाई से यूकेलिप्टस के पेड़ लगाए थे तो उनके ऊपर मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेजने की आवश्यकता क्या थी ।