सुशील शुक्ला/ राजेन्द्र सिंह
कानपुर। नगर निकाय चुनाव की घोषणा होना अभी बाकी है,लेकिन चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक लोग अभी से ताल ठोकने में लगे हुए हैं,कोई खुद को संभावित तो कोई अपने आपको भावी प्रत्याशी लिखने लगा है इतना ही नहीं कुछ ने तो खुद को प्रत्याशी घोषित कर भी दिया है साथ ही जगह जगह होर्डिंग लगाकर चुनाव प्रचार शुरू हो चुका है, चाय की दुकानों पर चुनावी चौपाल लगने लगी हैं हर कोई ये चर्चा करने में लगा है कि पार्टीयां इस बार किसको अपना प्रत्याशी बनाएंगी, वहीं जनता भी इंतजार में बैठी है कि अब वो समय आ गया है जब पिछले पांच साल का हिसाब लिया जाएगा।
जगह जगह पर लगवाए गए पोस्टर और होर्डिंग
कानपुर में जगह जगह इस समय पार्षद प्रत्याशियों के होर्डिंग, पोस्टर,बैनर देखने को मिल रहे हैं किसी प्रत्याशी ने खुद को संभावित तो किसी ने अपने को भावी प्रत्याशी बताना शुरू कर दिया है कुछ प्रत्याशी तो ऐसे हैं कि उन्होंने खुद को बड़ी पार्टी का चेहरा बताकर वोट मांगना भी शुरू कर दिया है मानो पार्टी की सारी बागडोर उन्ही के पास हो और वो जो चाहेंगे वही होगा ।
वार्ड 29 में लगे मीले उम्मीदवारों के पोस्टर
ओमपुरवा वार्ड में कुछ प्रत्याशियों ने पार्टी के दिशा निर्देशों से इतर खुद को प्रत्याशी बताकर पोस्टर लगवाए हैं जिनमे समाजवादी पार्टी से खुद संभावित प्रत्याशी मानते हुए लालजी ने लोगो को बधाई देना शुरू कर दिया हैं वहीं बीजेपी से सुमन वर्मा ने खुद को पार्टी का प्रत्याशी बता डाला इतना ही नहीं उन्होंने पूरे वार्ड में होर्डिंग लगवा दी हैं ।
आरक्षण पर फैसला आना अभी बाकी
जानकारी के अनुसार नगर निकाय चुनाव दिसंबर माह में हो सकते हैं, लेकिन आरक्षण पर फैसला अभी आना बाकी है सीटों के आरक्षित होने के बाद ही इस दिशा में अगला कदम उठाया जाएगा लेकिन फिर भी लोग चुनावी दौड़ में अभी से शामिल हो रहे हैं और तरह तरह से अपने प्रचार में लगे हैं।
वायरल लिस्ट ने बढ़ाई हलचल
बताते चले कि हाल में ही कानपुर नगर की सीटों के लिए आरक्षण की एक लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी जिसे कुछ लोग संभावित लिस्ट मानते हुए चुनावी तैयारी में लग गए, उन्होंने अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार तेज कर दिया वहीं कुछ अभी आधिकारिक आरक्षण लिस्ट आने का इंतजार कर रहे हैं।
पार्टियों ने दिए हैं कार्यकर्ताओ को निर्देश
भारतीय जनता पार्टी हो या समाजवादी पार्टी या फिर कांग्रेस इन्होंने अभी किसी को अपना प्रत्याशी नहीं बनाया है वहीं बीजेपी ने तो साफ निर्देश दिए है की कोई भी कार्यकर्ता खुद को पार्टी का उम्मीदवार नहीं लिखेगा जबतक की पार्टी उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित न कर दें, भारतीय जनता पार्टी की तरफ से कहा गया है कि यदि कोई इस तरह की हरकत करता पाया जाएगा तो सबसे पहले उसी का टिकट काटेगा।