बछरावां रायबरेली. जी हां जहां एक ओर राष्ट्र आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तो वहीं दूसरी ओर आजादी के महानायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी इस अमृत महोत्सव काल में बार-बार राजनीति का शिकार हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार आपको बताते चलें कि विकास क्षेत्र किस शेखपुर समोधा ग्राम सभा में लगी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा का सिर बार-बार ओछी राजनीति का शिकार हो रहा है। कई बार समाजसेवियों एवं स्थानीय नागरिकों के सहयोग से प्रतिमा में सिर लगाया जा चुका है। स्वतंत्रता दिवस से पूर्व जब इस प्रतिमा का सिर गायब हुआ, तब इसकी सूचना संवाददाता द्वारा दूरभाष के माध्यम से खंड विकास अधिकारी बछरावां शिव बहादुर सिंह को दी गई, तो उन्होंने तत्काल कार्यवाही करते हुए अपने निजी खर्च से उक्त स्थान की साफ सफाई करवाकर प्रतिमा पर फिर से सिर लगवाया और वहां की रंगाई पुताई भी कराई। और समता इंटर कॉलेज के खेल मैदान में बनी इस प्रतिमा की सुरक्षा एवं साफ सफाई की व्यवस्था के लिए विद्यालय परिवार से बातचीत भी की। लेकिन स्वतंत्रता दिवस के 15 दिनों के अंदर ही कुछ अराजक तत्वों के द्वारा इस प्रतिमा का सिर फिर उड़ा दिया गया। लेकिन ताज्जुब की बात यह रही कि 14 अगस्त को तिरंगा यात्रा निकाल कर इस प्रतिमा का माल्यार्पण करने वाले महात्मा गांधी की विचारधारा से प्रेरित उन कांग्रेसी नेताओं के द्वारा भी इस प्रतिमा की सुरक्षा भी नहीं की जा सकी।
इस संबंध में क्या कहना है समता इंटर कॉलेज विद्यालय परिवार के सदस्य डॉ० मंगलेश मिश्रा का: उक्त प्रकरण के संबंध में जब संवाददाता ने दूरभाष के माध्यम से समता इंटर कॉलेज विद्यालय परिवार के सदस्य डॉ० मंगलेश मिश्रा से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि ग्राम सभा के अंदर कुछ ऐसे अराजक तत्व है जो समय समय पर चर्चा में आने के लिए व अपनी राजनीति चमकाने के लिए ऐसे कृत्य किया कर करते हैं। आए दिन ऐसे अराजक तत्व के द्वारा राष्ट्रपिता की प्रतिमा का सिर तोड़ दिया जाता है। साथ-साथ उन्होंने यह भी कहा कि जिस समय मुझे यह जानकारी प्राप्त हुई मैंने दो मजदूरों को भेजकर आसपास के प्रांगण में प्रतिमा का सिर खोजने का काम किया लेकिन वह कहीं मिला नहीं है।
इस संबंध में क्या कहना है ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रामसागर यादव का: उक्त प्रकरण के संबंध में जब संवाददाता ने दूरभाष के माध्यम से ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रामसागर यादव से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि आए दिन प्रतिमा के साथ ऐसी छेड़छाड़ अराजक तत्वों द्वारा की जाती है। अब जल्द ही ऐसे अज्ञात अराजक तत्वों पर प्रशासन व शासन के माध्यम से कठोर कार्यवाही होगी।
अब ऐसे में सवाल उठना लाजमी हो जाता है कि आखिरकार अपनी राजनीति चमकाने के लिए नेताओं द्वारा राष्ट्रपिता की प्रतिमा के पास पहुंचकर तस्वीरें तो खिंचा ली जाती है ,परंतु उनकी सुरक्षा नहीं की जा सकती। जो कहीं न कहीं राष्ट्रपिता की प्रतिमा के साथ हो रही राजनीति को पूर्ण रूप से दर्शाते हुए राष्ट्रभक्तों के मुंह पर तमाचा कसने का काम कर रही है।