बाबा सुंदर सिंह बधिर विद्यालय में मनाया गया अंतरराष्ट्रीय बधिर दिवस
बहराइच। बाबा सुंदर सिंह बधिर विद्यालय कानूनगो पुरा के प्रांगण में अंतर्राष्ट्रीय बधिर दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बी पी सत्यार्थी जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी रहे। अंतर्राष्ट्रीय बधिर दिवस के बारे में बताते हुए प्रबंधक डॉ. बलमीत कौर ने बताया कि इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य आम जनता, राजनीतिज्ञ और विकास प्राधिकरण का ज्ञान बधिर लोगों की ओर खींचना और समुदाय की उपलब्धियां की ओर आकर्षित करने के लिए मनाया जाता है ।सन 2018 में इसे पहली बार यूं एन संयुक्त राष्ट्र द्वारा मनाने के लिए घोषित किया गया था। एक सक्षम समाज में बधिर के रहने पर उसका जीवन कितना चुनौती पूर्ण हो सकता है। इस दिवस द्वारा समाज में संदेश दिया जाता है। 1951 में इटली में विश्व बधिर महासंघ का पहला सम्मेलन हुआ था तथा 1959 में विश्व स्वास्थ्य संगठन और संयुक्त राष्ट्र दोनों ने इस संगठन के प्रयासों की सराहना की और इसे मान्यता दी तभी से बधिर जनों के विकास के लिए इस दिवस को मनाया जाता है कोर्स कोऑर्डिनेटर विजय बहादुर गुप्ता ने बताया कि बधिर होने के कारणों को ध्यान में रखें तो बधिरता रोका जा सकता है कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी ने उपस्थित लोगों को बधिरों के लिए किये जा रहे प्रयासों के बारे में बताया और बताया कि अगर हम अपने परिवार में छोटे नवजात शिशु को प्रारंभ से ही चेक करते रहे कि उसमें किसी तरह की कोई कमी तो नहीं है या वह सुन पाने में सक्षम नहीं हो पा रहा है, तो अगर हम तुरंत 5 साल के भीतर उसका उपचार कर लेते हैं और कान काक्लियर इंप्लांट कर लेते हैं तो बच्चे कुछ समय के बाद एक सामान्य जीवन जीने के काबिल हो जाते हैं इसके अतिरिक्त भी सांकेतिक भाषा व टोटल कम्युनिकेशंस द्वारा भी बधिरों को समाज में एक स्थान दिलाया जा सकता है, जिसका उदाहरण आज हमारे समाज में आपको देखने को मिल जाता है, इसलिए हमें जागरूक होना चाहिए और बधिरों की सहायता करनी चाहिए।
कार्यक्रम में कोर्स कोऑर्डिनेटर विजय बहादुर गुप्ता,उत्कर्ष श्रीवास्तव, हर्ष श्रीवास्तव, सैफ अली, विद्यालय अध्यक्ष विमलेश जायसवाल तथा समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।