- पाँच वर्ष की अद्वैता और चार वर्षीय अथर्व सबसे स्वस्थ बालक – बालिका
- गणेश महोत्सव में हुई स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा आयोजित
कानपुर नगर। पोषण माह के अंतर्गत बिधनू ब्लॉक के परिक्षेत्र जरकला ग्राम पंचायत नगवा में संचालित कई आंगनबाड़ी केंद्रों ने मिलकर शुक्रवार को स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा का आयोजन किया गया। इस नगर पंचायत में पिछले कई दिनों से चल रहे गणेश महोत्सव में यह स्पर्धा वृद्धि निगरानी अभियान व जागरूकता सत्र के तहत आयोजित की गई। स्पर्धा में छह वर्ष तक के 25 से अधिक बच्चों ने प्रतिभाग किया, जिसमें दो बच्चों के सबसे सेहतमंद पाये जाने पर उन्हें सबसे स्वस्थ बालक बालिका चिन्हित किया गया।
ब्लॉक बिधनू की बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) रतना श्रीवास्तव ने बताया कि स्पर्धा के जरिये समुदाय को यह संदेश दिया गया कि जन्म से छह माह तक बच्चे को सिर्फ स्तनपान करवाना चाहिए। छह माह से तीन वर्ष तक प्राप्त होने वाले अनुपूरक पुष्टाहार का नियमित सेवन करना है। तीन से पांच वर्ष तक के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र पर उपस्थित होना है और अनुपूरक पुष्टाहार का सेवन जारी रखना है। बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए कीड़े मारने की दवा का सेवन करना है। पांच साल की उम्र तक बच्चों को पांच साल में सात बार नियमित टीकाकरण करवा कर 12 प्रकार की बीमारियों से बचाना है। बच्चों को हाथों की स्वच्छता एवं नाखून काटने के बारे में जागरूक करना है।
उन्होंने बताया कि इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिका ने समस्त बच्चों की लंबाई, ऊंचाई व वजन लिया। ऐसे बच्चे जिनका वजन उनकी लंबाई व आयु के अनुसार सामान्य था। एमसीपी कार्ड भी देखा गया। जिनके माता पिता ने अपने बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए सभी नियमों का पूर्णतया पालन किया, जैसे बच्चों को सही समय पर पूरे टीके लगवाना, साफ सफाई का पूरा ध्यान रखना, पोषाहार को नियमित समय पर लेना। आंगनवाड़ी केंद्र पर बच्चों को सही समय से प्रतिदिन भेजना। ऐसे दो बच्चों क्रमशः पाँच वर्ष की अद्वैता और चार वर्ष के अथर्व को स्वस्थ बालक -बालिका स्पर्धा में ग्राम प्रधान आशीष बाजपेयी द्वारा प्रोत्साहन कर नवाजा गया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुमन बाजपेयी ने बताया कि स्पर्धा का उद्देश्य 0 से 6 वर्ष की आयु वर्ग के पोषण स्तर में सुधार लाना, बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित मुद्दों के साथ बड़े पैमाने पर समुदाय का भावनात्मक जुड़ाव पैदा करना है। उन्होंने समस्त बच्चों के अभिभावकों को पोषण स्वास्थ्य व शिक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। छह माह तक सिर्फ स्तनपान और दो वर्ष तक स्तनपान के साथ उपरी आहार खिलाने के महत्व एवं उनकी आवश्यकता के बारे में जानकारी दी गई।
विजेता अद्वैता की माता अनामिका ने कहा कि वह आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ता के द्वारा बताई गई बातों को पूरी तरह से अपनाती हैं। समय पर सभी टीके भी लगवाए। साफ-सफाई का भी बहुत ध्यान देते हैं। अथर्व की माता ममता ने बताया कि वह अपनी बच्ची का पूरा ध्यान रखती हैं। उन्हें अन्नप्राशन और गोदभराई दिवस पर बेहतर पोषण, छह माह तक सिर्फ स्तनपान, टीकाकरण के साथ – साथ स्वास्थ्य के बारे में जानकारी मिलती रहती है।
इस दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रतिमा, मुन्नी व मुख्य सेविका प्रतिभा दीक्षित, नीना, अंजलि, अनामिका सहित बच्चों के माता पिता उपस्तिथ रहे।
इस तरह मिलते हैं अंक
इन मानकों में मासिक वृद्धि निगरानी के लिए पांच अंक, व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए 10 अंक, पोषण श्रेणी के लिए 10 अंक, आहार की स्थिति के संबंध में 10 अंक, टीकाकरण के लिए 10 अंक, डिवार्मिंग (पेट के कीड़े निकालने) के लिए पांच अंक निर्धारित किए गए हैं। कुल 50 अंक के आधार पर स्वस्थ बालक बालिका चयनित किए जाते हैं।