कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा कार्यालय में तैनात निरंकुश ईओ पर शायद किसी का अंकुश नहीं रह गया है तभी तो भाजपा की योगी सरकार में पत्रकारों को मुकदमे में फंसाने की धमकी देने से भी परहेज़ नहीं कर रहे है। यदि जिलाधिकारी महोदय ने मामले की गोपनीय जांच कराई तो ईओ साहब की मुश्किल बढ़ सकती है।
ईओ साहब अपने आपको किसी लार्ड गवर्नर से कम नहीं समझते है। अक्सर खबरों को लेकर उनका वर्ज़न जानने की कोशिश किया जाता है जिससे उनका पक्ष भी अंकित किया जा सके लेकिन अफसर इतने निरंकुश होकर काम कर रहे हैं कि जिसकी जितनी तारीफ की जाय कम है?
ताज़ा मामले को लेकर ईओ पूरब पश्चिम शरीरा निशंक भाष्कर से बात की गई, उन्होंने तमतमाते हुए साफ लफ्जों मे कहा कि आलतू-फालतू लोगों से बात नहीं करते। उन्होंने साथ ही साथ फोन पर पत्रकार को धमकी भी दिया है कि दोबारा फोन किया तो मुकदमा लिखवा देंगे। यह जांच का विषय है।
ईओ पूरब पश्चिम शरीरा पर जमीन कब्जा करवाने का लगा आरोप
अवैध कब्जे को लेकर गरजा किसान यूनियन
कौशाम्बी।जिले के पश्चिम शरीरा क्षेत्र में दबंगों द्वारा गांव की नवीन परती ज़मीन पर अवैध कब्जे को लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट मंगलवार को ब्लाक अध्यक्ष पुष्पराज सिंह के नेतृत्व में पूरब पश्चिम शरीरा नगर पंचायत ईओ कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गये।
किसानों का आरोप है कि नगर पंचायत ईओ निशंक भाष्कर ने दबंगो से मिलीभगत करके कब्जा करवाना चाहते हैं।धरना प्रदर्शन की सूचना पर स्थानीय थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच कर धरना खत्म कराने का प्रयास किया, लेकिन किसान यूनियन के लोग दबंगों के विरुद्ध कार्यवाही को लेकर अड़े रहे।मामले की जानकारी दूरभाष से उच्चाधिकारियों को दी गई।एसडीएम द्वारा कार्यवाही के आश्वासन के बाद डीएम को संबोधित एक ज्ञापन देकर धरना प्रदर्शन समाप्त किया।
मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम सभा टेहरी नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में आता है। जिसका गाटा संख्या 3653 नवीन परती है। जिस पर गांव के ही कुछ दबंग किस्म के लोग कब्जा करना चाहते हैं। खेत में आलू की फसल लगाई गई है। दबंग उसको भी नष्ट कराना चाहता है। मामले की शिकायत किसान नेता पुष्पराज सिंह ने तहसील दिवस में की थी, लेकिन आरोप लग रहा है कि पुलिस ने शिकायत कर्ता का ही शांति भंग में चालान कर दिया है। आरोप है कि ईओ के सह पर उनके चमचे मंगलवार को उक्त भूमि पर पहुंचे। जब किसानों की विवादित ज़मीन में दबंगों द्वारा दवा का छिड़काव करने लगे। जिसकी सूचना किसानों को मिली, तो सभी किसान संगठन के लोगो के साथ नगर पंचायत कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए।