महराजगंज रायबरेली। हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल बनी तुर्किया शहीद बाबा की दरगाह शरीफ। उर्स मुबारक में हजारों की तादाद में जायरीन वा श्रद्धालु रहें मौजूद। कई वर्षों से मनाया जाता है। तुर्किया शहीद बाबा का उर्स मुबारक। उर्स में ग्राम सभा वा दूर-दराज से आए हजारों श्रद्धालुओं ने चादर चढ़ा कर मांगी दुआएं साथ ही कव्वाली का भी उठाया लुत्फ। जवाबी कव्वाली का हुआ मुकाबला, अलग-अलग शहरों से आए कव्वालो ने बांधी कव्वाली की समा! कव्वाल शमीम परवाज (रामपुर) व कव्वाला गुलनाज साबरी (आगरा) के बीच हुआ कव्वाली का मुकाबला। उर्स के मेले का बच्चों ने और लोगों ने उठाया आनंद। साथ ही महिलाओं ने खूब करी खरीदारी। मजार कमेटी के कलीम खान की मेहनत वह लगन से उर्स मुबारक का किया गया आयोजन। इस मौके पर बावन बुजुर्ग बल्ला की मजार कमेटी के कलीम खान, अख्तर आलम मुन्ना, आसिफ खान, (राशिद खान, दरोगा) इस्हाक अहमद, फिरोज अहमद (पिंटू) अकरम खान, मुस्तफिज खान, सुफियान खान, आदिल खान सभी लोग मौजूद रहे।