संग्रामपुर, अमेठी। सरैया कनू ग्राम सभा मे विकास कार्यों में अनियमितता व गबन का आरोप लगाते हुए ग्रामीण रविन्द्र प्रताप सिंह द्वारा बीते डेढ़ महीने पहले शपथ पत्र के साथ अमेठी डीएम को 2 बिंदुओं पर शिकायत की गई थी। जिसके बाद अमेठी जिला अधिकारी राकेश कुमार मिश्र द्वारा ग्राम सभा मे हुए समस्त विकास कार्यों के जाँच के लिए 3 सदस्यीय टीम नामित किया गया। जिसमें जिला विद्यालय निरीक्षक के वित्तीय एवं लेखाधिकारी आशुतोष मिश्रा द्वारा ग्राम प्रधान सरैया कनू द्वारा अपने निजी खाते में मजदूरों की मजदूरी का भुगतान लेने की जांच की गई थी । जिसके बाद सोमवार 1 अगस्त को डीएम के निर्देश पर 2 सदस्यीय टीम में महेंद्र मिश्रा जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी व अशोक श्रीवास्तव सहायक अभियंता डीआरडीए ग्राम सभा के समस्त विकास कार्यों की जाँच करने मौके पर पहुंचे जहां 2 नल रिबोर का जांच किया । जिसमें रामनाथ वर्मा गोठवा के नल रिबोर की जांच की गई जिसमें रिबोर में समरसेबल मोटर संचालित होता पाया गया तथा बगल में पुराना नल चालू हालत में पाया गया। वही रूपनारायण विश्वकर्मा गोठवा के घर पर टीम पहुंची तो वहाँ बिना पुराने नल के रिबोर पाया गया जिसमे समरसेबल मोटर लगा था टीम द्वारा पूछने पर लाभार्थी की पत्नी ने बताया कि ग्राम प्रधान द्वारा रिबोर कराया गया है । टीम द्वारा सचिव से रिबोर के अभिलेख मांगे गए जिसको दिखाने में सचिव अनिल पटेल असमर्थ रहे जिस पर जांच अधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त किया गया। और सचिव द्वारा अभिलेख उपलब्ध न करा पाने के कारण जाँच सम्भव नही हो सका। सचिव अनिल पटेल को डीपीआरओ कार्यालय जल्द से जल्द अभिलेख उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुए जांच टीम वापस लौट गई।
सचिव ने नही उपलब्ध कराए अभिलेख, नही हो सकी डेढ़ महीने से लंबित शिकायत की जांच
