धमतरी।मनरेगा योजना में काम करने वाले मनरेगा मजदूरों के आधार लिकिंग बैंक खाता अनिवार्य कर दिया गया है। आधार लिंक होने के बाद मजदूरी भुगतान किया जाएगा। जिले के सैकड़ों मजदूरों ने अपना आधार लिंक नहीं कराया है। ऐसे मनरेगा मजदूरों के करीब 20 लाख रुपये का मजदूरी भुगतान अटक गया है, इससे मजदूरों की दिक्कतें बढ़ गई है। इन मजदूरों को आधार लिंक कराने के लिए 31 मार्च तक अंतिम समय दिया गया था।
मनरेगा मजदूरों के मजदूरी भुगतान के लिए आधार लिकिंग बैंक खाता अनिवार्य करने से पहले ही धमतरी जिले के पंजीकृत 90 प्रतिशत मजदूरों का आधार लिकिंग हो चुका था। इसके बाद शेष मजदूरों का आदेश आने के बाद आधार लिकिंग किया जा रहा था। आधार लिकिंग के लिए मनरेगा मजदूरों को मार्च 2023 तक का समय दिया गया था, इसके बाद भी जिले के सैकड़ों मनरेगा मजदूरों के बैंक खाता आधार लिकिंग नहीं हुआ है।
जिला पंचायत धमतरी के मनरेगा शाखा से मिली जानकारी के अनुसार धमतरी जिले में तीन लाख 30 हजार सक्रिय मनरेगा मजदूर है, जो मनरेगा योजना के निर्माण और विकास कार्याें में मजदूरी का कार्य करते हैं। इनमें से दो लाख 94 हजार से अधिक मनरेगा मजदूरों के बैंक खाता आधार से लिंक कर दिया गया था।इन मजदूरों को मजदूरी भुगतान के लिए ज्यादा परेशानी नहीं है, जबकि नया नियम बनने के बाद भी अपना बैंक अकांउट आधार से लिंक नहीं कराया है। इन मजदूरों की दिक्कतें बढ़ गई है, क्योंकि शासन ने अब बिना बैंक खाता आधार लिंक के मजदूरी भुगतान नहीं कर रहा है। धमतरी, कुरूद, मगरलोड और नगरी ब्लाक के ऐसे मजदूरों के 20 लाख रुपये का मजदूरी भुगतान अटका है। मजदूरी नहीं आने से अब ऐसे मजदूर अपने बैंक खाता को आधार से लिंक कराने जुट गए है।
इस संबंध में एपीओ धरम सिंह का कहना है कि जिन मजदूरों का बैंक खाता से आधार लिंक नहीं है, ऐसे मजदूरों के बैंक खाता को आधार से लिंक किया जा रहा है। ताकि उनका मजदूरी भुगतान हो सके। अब मजदूरों को मजदूरी का भुगतान ग्रामीण विकास मंत्रालय नई दिल्ली से पीएफएमएस से सीधे किए जा रहे हैं। एक से अधिक बैंक खाता रखने वाले मनरेगा मजदूरों के मजदूरी भुगतान किसी भी खाता में आ सकता है।ऐसे में मजदूर मजदूरी भुगतान के लिए अपने सभी खाता को चेक करें।