मोहनलालगंज, लखनऊ। कूड़ा प्रबंधन में नगर पंचायत मोहनलालगंज पूरी तरह फेल है। वार्डों का कूड़ा मोहनलालगंज-बनी मार्ग के किनारे डंप किया जा रहा है। जिससे राहगीरों व आसपास रहने वालों को भारी परेशानी हो रही है। सब कुछ जानकर भी नगर पंचायत के जिम्मेदारों ने चुप्पी साध रखी है।
बता दें कि नगर पंचायत मोहनलालगंज का सृजन हुए तीन साल से अधिक का समय हो गया। लेकिन अभी तक कूड़ा प्रबंधन को लेकर कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं बनी। नगर पंचायत के सभी 16 वार्डों से रोजाना करीब छह से आठ ट्राली कूड़ा निकलता है। सफाई कर्मी मोहनलालगंज-बनी रोड किनारे कूड़ा ले जाकर डंप कर देते हैं। जो वहां मौजूद आवारा जानवरों द्वारा इधर-उधर बिखराया जाता है। तेज हवाओं के कारण कूड़े से पन्नियां उड़कर बस्ती के घरों में गिर रही हैं। जिससे आसपास की हवा दूषित हो रही है। सरकार स्वच्छ भारत मिशन को अमलीजामा पहनाने के लिए तमाम अभियान चला रही है। लेकिन, नगर पंचायत मोहनलालगंज में सारे अभियान फेल नजर आ रहे हैं।
अधिशासी अधिकारी मनीष राय ने बताया कि कूड़ा निस्तारण के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है। वर्तमान समय में कूड़े का निस्तारण मोहनलालगज-बनी मार्ग के किनारे खाली जगह पर कराया जा रहा है। जल्द ही कूड़ा डंपिंग यार्ड अतरौली में तैयार करा दिया जाएगा।
चार दिनों से सुलग रहा है बस्ती के अंदर कूड़ा
आसपास की बस्ती के रहने वालों ने बताया कि पिछले चार दिनों से नगर पंचायत द्वारा डाला जा रहा कूड़ा सुलग रहा है।जिसकी वजह से बहुत दुर्गंध उठ रही है।इसकी वजह से घर के बाहर या छत पर बैठ नही सकते है।वही उधर से रोजाना गुजरने वाले राहगीरो का कहना है कि इधर से निकलने पर मुह में हाथ या कपड़ा लगाना पड़ता है।और जाम की स्थिति में तो यहां खड़े होकर रुकना पड़ता है तो तबियत बिगड़ जाती है।
आवारा जानवरों का रहता है डेरा, खाते पन्नी
मोहनलालगंज-बनी मार्ग किनारे नगर पंचायत द्वारा डाले जा रहे गंदगी भरे कूड़े के ढ़ेर के इर्द गिर्द आवारा जानवरों को डेरा रहता है। इसी कूड़े में जानवर दिन भर पन्नी खाया करते है।जिम्मेदार देखने के बावजूद इन आवारा जानवरों को सरकार के द्वारा बनाए गए पशु आश्रय केंद्र में भेजने की कोई व्यवस्था नहीं करते है।