मिश्रित सीतापुर / ग्रामीण विकास को लेकर सरकार द्वारा मनरेगा के तहत कराए जाने वाले विकास कार्यों में सेंधमारी और फर्जी फिकेशन का कार्य मिश्रित ब्लाक में तैनात एपिओ मनरेगा प्रवीण कुमार सिंह व वीडिओ द्वारा धड़ल्ले से किया जा रहा है। जिम्मेदार मौन होकर निरीक्षण के नाम पर खाना पूर्ती करने में लगे हुए हैं। कार्य स्वीकृत एमबी और भुगतान के नाम पर लूट , घसोट और गोरखधंधे का खेल चल रहा है। विकासखंड मिश्रित में ग्रामीण विकास की दिशा में सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम योजना के तहत करोड़ों रुपए की सेंध मारी चल रही है। ब्लाक को हर वर्ष मनरेगा के तहत भारी भरकम धनराशि आवंटित की जाती है। जिसके तहत कराए जाने वाले विकास कार्यों की प्रोजेक्ट एमबी स्वीकृत मजदूरों की मजदूरी प्रयुक्त होने वाली सामग्री का भुगतान और कार्य पूर्ण होने पर की जाने वाली एमबी सब कुछ मिश्रित ब्लाक में तैनात एपीओ मनरेगा प्रवीण कुमार सिंह के रहमों करम पर ही आधारित है जिनके द्वारा मार्गों का कच्चा पटान तालाब खुदाई, इंटरलाकिंग, बंधा निर्माण, नाला नाली निर्माण, ड्रेन निर्माण आदि दर्जनों कार्य मनरेगा धनराशि से कराए जाते हैं जिनकी स्वीकृत बीडीओ व एपिओ के हस्ताक्षरों से ही सम्पन्न होती हैं। कार्य योजना के अनुरूप कार्यों की आईडी जनरेट करना भुगतान की सुविधा देना कार्य पूर्ण होने पर एमबी के आधार पर भुगतान धनराशि का आवंटन सहित सभी कार्य संपन्न कराए जाते हैं । इस ब्लाक की ग्राम पंचायत जसरथपुर में करोड़ो के विकास कार्य कागजों पर ही सम्पन्न होकर भुगतानित हो गए है । उदाहरण के तौर पर ग्राम पंचायत जसरथपुर में थाना मिश्रित से हनुमान मंदिर तक 17 लाख 9 हजार 542 रुपए से इंटरलाकिंग कार्य , परिक्रमा मार्ग से आशीष के मकान तक इंटरलाकिंग व नाली निर्माण कार्य , शंकर के मकान से अकबरपुर मोड़ तक इंटरलाकिंग कार्य, ग्राम जसरथपुर में पुलिया निर्माण कार्य , चंद्रिका के खेत से सुनील के खेत तक ड्रेन खुदाई कार्य , मिश्रित रूलर से फुलवाड़ी तक इंटरलाकिंग कार्य आदि सहित दर्जनो कार्य कागजों पर पूर्ण होकर भुगतानित हो गए। जसरथपुर के ग्राम प्रधान रामपाल को इन कार्यों की कोई जानकारी नही है। इतना ही नही इस विकासखंड की 27 ग्राम पंचायतों में इसी तरह कागजो पर कार्य पूर्ण होकर भुगतानित हो गए है । मांमले को लेकर बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी शैलेन्द्र कुमार दीक्षित ने उपजिलाधिकारी गौरवरंजन श्रीवास्तव को सिकायती पत्र देने के साथ ही मुख्य मंत्री जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायत संख्या 40015422046236 पर सिकायत दर्ज कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की है ।